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How May I Help You .? सहायता   क्लब

May I help you क्लब का गठन

  1. कर भला हो भला ( Do Good and Find Good) इस क्लब के गठन का मूल मन्त्र है l “मैं आप की क्या सहायता कर सकता हूँ” नाम के इस क्लब का गठनआपसी प्रेम, भ्रातृभाव, सद्भाव, परोपकारव मानवता के आधार पर किया जाएगा l इसमें जरूरत पड़ने पर सभी एक दुसरे के काम आयेंगे l
  2. किसी भी व्यक्ति को इसकी सदस्यता के लिए अलग से कोई फीस नहीं देनी होगी होगी lअपने समाज का कोई भी व्यक्ति ( यानि स्त्री, पुरुष, लड़का, लड़की) इस क्लब का सदस्य बन सकता है l  इसके लिए उसे जनगणना फार्मभरते समय अपनी सहमति देनी होगीया अलग से एक छोटा सा फार्म भरकर अपनी सहमति देनी होगी l
  3. इस क्लब का सदस्य बनना या इसके लिए अपनी सहमति देना जितना आसान है, उतनी ही जिम्मेदारी पूर्ण इसका दायित्व है lक्लब का वही सदस्य अपना दायित्व अच्छे से निभा सकता है जिसके मन में दूसरे के प्रति परोपकार की भावना होगी, जो दूसरों की दुःख तकलीफ में हाथ बटाना चाहता है, जिस के मन में दया है, वही व्यक्ति सच्चे मायनों में इसका सदस्य बनकर समाज व मानवता की सेवा कर सकता है l
  4. हम सभी सामाजिक प्राणी हैं l  घर-परिवार में आए दिन दुःख सुख आते रहते हैं, कभीकभी किसी जरूरी काम से घर को सूना छोडकर बाहर भी जाना पड़ता है,  कभी कभी छोटे बच्चों को भी घर पर अकेले छोडकर जरूरी काम से निकलना पड़ता है, कभी कभी घर में ऐसी हालत होती है कि हम स्वयं या पत्नी या बच्चा बीमार है,  या लाचार हैं व घर में सम्भालने वाला कोई नहीं है, तो ऐसी स्थिति में बन्दा जाए तो कहाँ जाए l  किसको मदद के लिए कहा जाए, कौन ऐसी हालत में मदद कर सकता है, कौन इसके लिए तत्पर होगा व ऐसी हालात में किस पर भरोसा किया जा सकता है आदि आदि प्रश्न मनमें आते हैं व व्यक्ति बड़े धर्म संकट में फंस जाता जाता है कि करे तो क्या करे l
  5. पैसे व खर्चे पानी को भी वह बर्दाश्त करने को तैयार होता है, मगर भरोसा भी तो सभी पर नहीं किया जा सकता l ऐसे मौके पर अर्जेंट व थोड़े समय के लिए कोई किराये का भरोसेमंद व्यक्ति या maid ढूँढनी बड़ी मुश्किल हो जाती है l कई बार अकेले मरीज को अटेंड करने व दवाई देने की समस्या आती है, कई बार अकेले मरीज को, जिसे सहारे की जरूरत है, डाक्टर को दिखाकर लाने की जरूरत होती है, कई बार घर में अकेले छोटे बच्चे को अटेंड करने, खाना खिलाने, स्कूल से घर लाने आदि की जिम्मेदारी होती है l कई बार घर में अकेले रह रहे बुजुर्गों की देखभाल करनी होती है, दवाई लानी होती है या पूरे परिवार को एक या दो रात के लिए शादी में बाहर जाना होता है, ड्यूटी पर जाने के पश्चात पीछे से घर पर डाक वाला या कुरियर वाला या गैस सिलेंडर वाला या कोई रिश्तेदार कार्ड देने आना होता है, आदि आदि बहुत सी ऐसी समस्याएँ हैं, जिन्हें हम आपस में एक-दूसरे के सहयोग से बड़ीआसानी से जादू की चुटकीमें हल कर सकते हैं, और वो जादू की चुटकी हैMay I Help You Club का सदस्य बनना l 
  6. सदस्यता ग्रहण करने वाले सभी सदस्यों को उनके नाम, पत्ते, फोन न., mail i.d., आयु, लिंग, समय की अनुकूलता, सेवा क्षेत्र आदि के आधार पर संस्था द्वारा सूचि बनाई जाएगी, ताकि जरूरत पड़ने पर उसकी सेवाएं ली जा सकें l  इसके लिए जरूरत की call आने पर एक से अधिक व्यक्तियों को वह सेवा (समय व स्थान आदि की पूर्ण जानकारी देते हुए) फोन से या mail सेसूचना दी जाएगी और जिसकी सबसे पहले सहमति आ जाती है, प्रथम दो को सेवा का ऑफर दे दिया जाएगा l  यह सेवा पेड (paid) आधार पर भी हो सकती है , इससे एक तो जरुरतमन्द व्यक्ति को अपने समाज का विश्वासपात्र व्यक्ति मिल जाएगा, जिसका नाम, पत्ता व पूरे परिवार की जानकारी संस्था के पास होगी, दुसरे यदि ऐसा कोई जरुरतमन्द(needy) सेवादारहै तो उसका भी काम चल जाएगा l
  7. यह बात तो सभी जानते हैं कि यदि हम किसी की जरूरत में काम आते हैं तो हमारी जरूरत में भी कोई काम आएगा l  आज दुनियां में कौन ऐसा प्राणी है जिसे किसी दूसरे के जरूरत न पडती हो l  हम सभी भगवान की इस दुनियां में एक किराएदार की हेसियत में हैं, जो अपना अपना किरदार निभाने आए हैं lइस क्लब द्वारा की जाने वाली सेवा का मूल मन्त्र है –कर भला हो भला (Do Good and Find Good).अगर आप को यह आइडिया अच्छा लगा हो तो फिर सदस्य बनने में देर किस बात की – ये निश्चित है की की हुई सेवा बेकार नहीं जातीवसेवा का फल अवश्य मिलेगा l कहा जाता है कि मानव की सेवा ही भगवान की सेवा है l इस बारे में आपके अमूल्य सुझावों का इंतजार रहेगा l

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  1. क्लब खोलना व सदस्य बनाना: आपसी भाईचारा क्लब (ABC) तथा“May I Help You”खोलना व इसके सदस्य बनाना ताकि जरूरत के समय जैसे घर में किसी के बीमार पड़ने या शादी विवाह के काम से बाहर जाना, पीछे से बच्चों की रखवाली करनी, दुःख-सुख में एक दुसरे के काम में हाथ बटाना  आदिके समय भरोसेमंद व्यक्ति एक दूसरे के आपस में काम आ सकें I