वार्षिक- कलेंडर – कार्य योजना – उपलब्धि रिपोर्ट
- दीवार पर वार्षिककलेंडर की हमारे दैनिकजीवन में कितनी उपयोगिता है, जिसे हम रोजाना देखते हैं l आज क्यावार है, सन्डेकितनी तारीख का है, अगले महीने की 10 तारीख को कौनसावार है, दीपावली कितने तारीख की है आदि आदि प्रश्नों का उत्तर पाने के लिए हम रोजाना कलेंडर का प्रयोग करते हैं l आप की इस संस्था ने एक विचार बनाया है कि संस्थावर्ष भर में करने के लिए जो भी कार्यक्रम अपने हाथ में लेगी, उनका एक वार्षिक कलेंडर बनाया जाएगा, जिसे कलेंडर में एक विशेष स्थान प्रदान कर घर घर तक जानकारी हेतु पहुंचाया जाएगा l वर्ष भर की कार्य योजना (Targets fixed to achieve) अपने लोगों तक इसलिए भी पहुंचाना जरूरी है कि जिन लोगों के सहयोग से यह सारे टारगेट्स प्राप्त करने हैं, उन्हें तो पता होना ही चाहिये l अगर उन्हें ही नही पता होगा तो वे क्या सहयोग करेंगे व टारगेट्स प्राप्त भी कैसे होंगे l
- इस कलेंडर के हर पेज पर अपनी संगठन संस्थावैश्य परिवार संघ का नाम, पता, फोन नम्बर, mail i.d., वेबसाइट का नाम आदि सभी कुछलिखा होगा, जो सतत आप की व पूरे परिवार की नजरों के सामने पूरे साल भर रहेगा l पूरा परिवार जब अपनीसंस्था के नाम, फोन न., maili.d. आदि रोज देखेगा तो वैसे भी जुबानी याद हो जाएगा l आप को कभी भी अपने संस्था के प्रति कुछ काम है या कुछ पूछना है या कोई सुझाव देना है यासेवा देनी है या लेनी है, तोसंस्था को खोजने के लिए आप को कहीं भटकना नहीं पड़ेगा l जरा सोच कर देखो कि आज कितने लोगों को अपनी संस्था का नाम व फोन नम्बरकापता है, कार्यालय कहाँ है, ये तो दूर की बात हुई औरवह हमारे किस काम आ सकती है, यह तो कभी सोचा भी नहीं होगा l इस कलेंडर से यह सब सवालों का जवाब हमें तुरंत ही मिल जाएगा l
- वैश्य परिवार संघ आप की अपनी संस्था है l यह जो कुछ करना चाहती है व करेगी, अपने समाज व अपने परिवारों व आप के लिए ही करेगी lइसकीजो भी वार्षिकया5 या 10 वर्षीय लम्बी योजनाएं हैं, उन सब की जानकारी भी इस कलेंडर के माध्यम से अपने सभी परिवारों तक पहुंचाई जाएगी lजितने आप स्थाई हैं, आप की यह संस्था भी उतनी ही स्थाई है, चूँकि यह समाज के लिए बनी है व जब तक समाज रहेगा, यह संस्था भी तबतक आप की सेवा करती रहेगी l
- इस कलेंडर के माध्यम से आप को अपनी इस संस्था के नाम, निशान, काम, उद्देश्य, सदस्यता, संविधान, संगठन प्रणाली, कार्य प्रणाली, 5-10 वर्षीय कार्य योजना, वार्षिक योजना(annual targets fixed)व उपलब्धियों आदि सभी बातों की जानकारी दी जाएगी l
- इस वार्षिक कलेंडर के माध्यम से आप संस्था की किस किस प्रकार मदद कर सकते हैं व संस्था आप की किस किस तरह मदद करने को तत्पर है, बताया जाएगा l परिवार का कोई भी सदस्य अपनी इस संस्था से किस रूप में जुड़ कर सहयोग कर सकता है, बताया जाएगा l
- यह संस्था आप सभी के लिए अपना एक मंच है l इस मंच के माध्यम से अनेक कार्यक्रम किए जाने हैं l प्रत्येक व्यक्ति काअपनाएकस्वभाव(taste) होता है, अपनी एक भूमिका होती है lप्रत्येक व्यक्ति समाज के कार्य को करने के लिए अपने थोड़ा-थोड़ा भी समय दे, अपनी थोड़ी-थोड़ी उर्जा लगाए, तो कौनसा ऐसा कार्य है जो मिलकर पूरा नहीं किया जा सकता, जरूरत है तो बस उस एक मंच बनाने की, कार्य योजना बनाने की, सही दिशा में काम करने की l जिस प्रकार कोई भी व्यक्ति अपने व अपने परिवार की लगभग सभी जरूरतों को पूरा करने का प्रयास करता है, उसी प्रकार से यदि हम सब मिलकर समाज के सयुंक्त कार्य को पूरा करने का संकल्प लेलें, तो आश्चर्यजनक परिणाम देखने को मिल सकते हैं l
- वर्ष भर में आए दिन खुशी के अनेक अवसर आते हैं जैसे बच्चों के जन्मदिन, शादी की साल गिरह, बच्चे का अपनी पढाई में अच्छे स्थान पर आना, नौकरी लगना, दुकान या कार्यालय का शुभ मुहूर्त करना या अन्य कोई खुशी का अवसर, जिसपर हम चाहते हैं कि हमें इस शुभ अवसर पर अपने पूर्वजों का आशीर्वाद मिले व कुलदेवी महालक्ष्मी की अनुकम्पा सदैव बनी रहे, ऐसा समझ कर ख़ुशी से हम कुछ दान पुण्य करना चाहते हैं, तो इसके लिएआपकोकहीं दूर जाने व सोचने की आवश्यकता नहीं है l आप घर बैठे संस्था को अपनी श्रद्धानुसार ऑनलाइन(online) पेमेंट गेटवे(payment gateway) के माध्यम से संस्था के खाते में दान भेज कर सकते हैं, आप अपनी रशीद भी हाथों-हाथ जनरेट(generate) कर सकते हैं l खुशी के अवसर पर जहाँ हम बाहर लंच या डिनर की पार्टी करते हैं, होटल में हजारों रुपए खुशी खुशी खर्च करते हैं, तो समाज संगठन संस्था को भी इस सुअवसर पर सदैव याद रखना चाहिए व हमें कुछ न कुछ अपनीश्रद्धानुसार अवश्यदानदेना चाहिये l
- संस्थाद्वारासाल भर में जो भीकार्य किया, उस का विस्तृत ब्यौरा कलेंडर के माध्यम से पूरे समाज तक पहुंचाया जाएगा l कलेंडर में यह भी बताया जाएगा कि इस वर्ष क्या टारगेट रखे थे, वउन्हें कहां तक प्राप्त किया जा सका, ताकि आप को अपनी संस्था के बारे में हर वर्ष पूरी जानकारी हो सके l यहाँ बताना आवश्यक है किटारगेटप्राप्ति में सफलता या असफलता मिलना महजसंयोग नहींहोता, अपितु यह सब आप सभी के द्वारा कितना, किस रूप में, कितने मन से सहयोग किया गया है, पर निर्भर करता है l सफलता या असफलता आप द्वारा किए गए सहयोग का प्रतिबिम्ब हैऔर आप जानते हैं कि प्रतिबिम्ब कभी झूठा नहीं होता l अगर संस्था अपने टारगेट में सफल होती है तो निसंदेह आप सफल होते हैं और अगर असफलता हाथ लगती है, तो यह किसी और की हार नहीं, आपकी अपनीहार है l अत: आओ मिलकरइसे सफल बनाएं व सफलता की एक नई गाथा लिखें l वास्तव में कलेंडर संस्था व अपने परिवारों के बीच एक सेतु है, एक संचार का माध्यम है जो दोनों का मिलनकराता है
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